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देश की एकता और अखंडता के लिए डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया आजीवन संघर्ष :- मिथलेश कुमार

जिला संवाददाता निर्मल बदायूँ

देश की एकता और अखंडता के लिए डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया आजीवन संघर्ष :- मिथलेश कुमार

डॉ मुखर्जी के जीवन से प्रेरणा लेकर करें पार्टी में कार्य :- राजीव कुमार गुप्ता

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन दर्शन प्रेरणादाई :- महेश चंद्र गुप्ता

बदायूँ :- भाजपा कार्यालय पर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित जिला संगोष्ठी में मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद मिथलेश कुमार, जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, पूर्व एमएलसी जितेंद्र यादव व पार्टी पदाधिकारियों के साथ संगोष्ठी का आयोजन हुआ।

राज्यसभा सांसद मिथलेश कुमार ने कहा डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए पद को लात मारकर तत्कालीन सरकार के नीतियों का विरोध करते हुए बिना परमिट कश्मीर पहुंच कर एक ही देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान व्यवस्था का मुखर विरोध किया। डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता अखंडता के लिए बलिदान दे दिया, लेकिन उन्होंने कभी अपने विचारों से समझौता नहीं किया। साथ ही कहा जम्मू कश्मीर मे कानून व्यवस्था के माध्यम से वहां के लोगों का विकास और सम्मान पूरे देश में बढ़ रहा है। आज देश के लोगों में राष्ट्र भक्ति की भावना प्रबल हुई है।

जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने कहा भारतीय जनता पार्टी ने कभी सत्ता को सुख के लिए नहीं बल्कि सत्ता को भारत माता को परम वैभव पर स्थापित करने तथा देश को आगे बढ़ाने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन दर्शन पर जितना भी प्रकाश डाला जाय, कम होगा। उनके बलिदान को देश कभी भुला नहीं सकता। भारतीय जनता पार्टी के महामनीषी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं दीनदयाल उपाध्याय के परिवार के लोग आज राजनीति में नहीं है लेकिन उनके विचार और सोच आज भी जिंदा है, हमे उनके पद चिन्हों पर चलने की जरूरत है।पद और प्रतिष्ठा तो आने जाने वाली चीज है, पार्टी के पंच निष्ठा को लेकर हमे काम करना है। साथ ही कहा आज भारत विश्व पटल पर आगे बढ़ रहा है। आज देश में चहुंमुखी हर तरफ़ विकास हो रहा है। आज देश विकसित भारत और विश्व गुरु बनने के लिए आगे बढ़ रहा है।

पूर्व एमएलसी जितेंद्र यादव ने कहा डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी बचपन से बहुत ही प्रवीण और कुशाग्र थे। सबसे कम मात्र 24 वर्ष की उम्र में वे कोलकाता विश्वविद्यालय सीनेट के सदस्य बने। साथ ही कहा अध्ययन के लिए विदेश गए तथा वहां लंदन मैथमेटिकल सोसायटी ने उनको सम्मानित सदस्य बनाया वहां से लौटने के बाद डॉ मुखर्जी ने वकालत किया और विश्वविद्यालय की सेवा में कार्यरत हो गए। डॉ मुखर्जी उनका राष्ट्र के प्रति समर्पण और स्वाभिमान था।

जिला महामंत्री एमपी सिंह राजपूत ने मंच संचालन किया।

इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष हरप्रसाद सिंह पटेल, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष किसान मोर्चा राणा प्रताप सिंह, पूर्व डीसीबी चेयरमैन उमेश राठौर, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य महिला मोर्चा सीमा राठौर, जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा केशव चौहान व पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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